Sunday, 17 November, 2024

Laxman become unconscious

112 Views
Share :
Laxman become unconscious

Laxman become unconscious

112 Views

मेघनाद के शक्तिप्रहार से लक्ष्मण मूर्छित
 
घायल बीर बिराजहिं कैसे । कुसुमित किंसुक के तरु जैसे ॥
लछिमन मेघनाद द्वौ जोधा । भिरहिं परसपर करि अति क्रोधा ॥१॥
 
एकहि एक सकइ नहिं जीती । निसिचर छल बल करइ अनीती ॥
क्रोधवंत तब भयउ अनंता । भंजेउ रथ सारथी तुरंता ॥२॥
 
नाना बिधि प्रहार कर सेषा । राच्छस भयउ प्रान अवसेषा ॥
रावन सुत निज मन अनुमाना । संकठ भयउ हरिहि मम प्राना ॥३॥
 
बीरघातिनी छाड़िसि साँगी । तेज पुंज लछिमन उर लागी ॥
मुरुछा भई सक्ति के लागें । तब चलि गयउ निकट भय त्यागें ॥४॥
 
(दोहा)
मेघनाद सम कोटि सत जोधा रहे उठाइ ।
जगदाधार सेष किमि उठै चले खिसिआइ ॥ ५४ ॥

 

Share :

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *