Sunday, 17 November, 2024

Ram get angry on Sugriva for the delay

127 Views
Share :
Ram get angry on Sugriva for the delay

Ram get angry on Sugriva for the delay

127 Views

सीता की खोज में विलंब के लिए राम सुग्रीव पर खफा हुए
 
बरषा गत निर्मल रितु आई । सुधि न तात सीता कै पाई ॥
एक बार कैसेहुँ सुधि जानौं । कालहु जीत निमिष महुँ आनौं ॥१॥
 
कतहुँ रहउ जौं जीवति होई । तात जतन करि आनेउँ सोई ॥
सुग्रीवहुँ सुधि मोरि बिसारी । पावा राज कोस पुर नारी ॥२॥
 
जेहिं सायक मारा मैं बाली । तेहिं सर हतौं मूढ़ कहँ काली ॥
जासु कृपाँ छूटहीं मद मोहा । ता कहुँ उमा कि सपनेहुँ कोहा ॥३॥
 
जानहिं यह चरित्र मुनि ग्यानी । जिन्ह रघुबीर चरन रति मानी ॥
लछिमन क्रोधवंत प्रभु जाना । धनुष चढ़ाइ गहे कर बाना ॥४॥
 
(दोहा)
तब अनुजहि समुझावा रघुपति करुना सींव ।
भय देखाइ लै आवहु तात सखा सुग्रीव ॥ १८ ॥

 

Share :

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *