श्रीराम शिवजी को उमा के साथ विवाह के लिए प्रार्थना करते है (चौपाई)कतहुँ मुनिन्ह उपदेसहिं ग्याना । कतहुँ राम गुन करहिं बखाना ॥जदपि अकाम तदपि भगवाना ...
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બાલ કાંડ
01-05-2023
Ram request Shiva to marry Uma
01-05-2023
Shiva agree to Ram’s request
श्रीराम की विनती का शिवजी द्वारा स्वीकार (चौपाई)कह सिव जदपि उचित अस नाहीं । नाथ बचन पुनि मेटि न जाहीं ॥सिर धरि आयसु करिअ तुम्हारा । परम धरमु यह नाथ...
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01-05-2023
Saptarishi test Uma’s love for Shiva
सप्तर्षि द्नारा उमा की परीक्षा (चौपाई)रिषिन्ह गौरि देखी तहँ कैसी । मूरतिमंत तपस्या जैसी ॥बोले मुनि सुनु सैलकुमारी । करहु कवन कारन तपु भारी ॥१॥ केहि...
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01-05-2023
Saptarishi advise Uma to ignore Narad’s words
सप्तर्षि द्नारा उमा को नारद के वचन में विश्वास न करने की सलाह (चौपाई)दच्छसुतन्ह उपदेसेन्हि जाई । तिन्ह फिरि भवनु न देखा आई ॥चित्रकेतु कर घरु उन घाल...
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01-05-2023
Uma reiterate her faith in Narad’s words
उमा अपनी श्रद्धा का परिचय देती है (चौपाई)अजहूँ मानहु कहा हमारा । हम तुम्ह कहुँ बरु नीक बिचारा ॥अति सुंदर सुचि सुखद सुसीला । गावहिं बेद जासु जस लीला...
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01-05-2023
Saptarishi praise Uma’s confidence
सप्तर्षि द्वारा उमा की प्रशंसा (चौपाई)जौं तुम्ह मिलतेहु प्रथम मुनीसा । सुनतिउँ सिख तुम्हारि धरि सीसा ॥अब मैं जन्मु संभु हित हारा । को गुन दूषन करै ...
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01-05-2023
The story of Tarakasur
तारकासुर की कथा (चौपाई)जाइ मुनिन्ह हिमवंतु पठाए । करि बिनती गिरजहिं गृह ल्याए ॥बहुरि सप्तरिषि सिव पहिं जाई । कथा उमा कै सकल सुनाई ॥१॥ भए मगन सिव स...
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01-05-2023
Uma and Mahesh’s son can destroy Tarakasur
उमा-महेश का पुत्र तारकासुर के नाश का कारण (चौपाई)मोर कहा सुनि करहु उपाई । होइहि ईस्वर करिहि सहाई ॥सतीं जो तजी दच्छ मख देहा । जनमी जाइ हिमाचल गेहा ...
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01-05-2023
Kamdev agree to break Shiva’s samadhi
शिवजी की समाधि भंग करने के लिए कामदेव तैयार (चौपाई)तदपि करब मैं काजु तुम्हारा । श्रुति कह परम धरम उपकारा ॥पर हित लागि तजइ जो देही । संतत संत प्रसं...
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01-05-2023
Effect of Kamdev
कामदेव की प्रकृति पर असर (चौपाई)सब के हृदयँ मदन अभिलाषा । लता निहारि नवहिं तरु साखा ॥नदीं उमगि अंबुधि कहुँ धाई । संगम करहिं तलाव तलाई ॥१॥ जहँ असि ...
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01-05-2023
Kamdev unsuccessful on Shiva
शिवजी की समाधि भंग करने में कामदेव नाकामियाब (चौपाई)उभय घरी अस कौतुक भयऊ । जौ लगि कामु संभु पहिं गयऊ ॥सिवहि बिलोकि ससंकेउ मारू । भयउ जथाथिति सबु स...
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01-05-2023
Shiva’s third eye annihilate Kamdev
शिवजी की समाधि भंग, त्रिनेत्र से कामदेव भस्म (चौपाई)देखि रसाल बिटप बर साखा । तेहि पर चढ़ेउ मदनु मन माखा ॥सुमन चाप निज सर संधाने । अति रिस ताकि श्रवन...
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