भगवान शंकर पार्वती को काकभुशुंडी के जीवन की कहानी सुनाते है नर सहस्त्र महँ सुनहु पुरारी । कोउ एक होइ धर्म ब्रतधारी ॥ धर्मसील कोटिक महँ कोई । बिषय ब...
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રામાયણ
01-05-2023
Dialogue between Kakbhushundi and Garuda
काकभुशुंडी और गरुडजी का संवाद यह प्रभु चरित पवित्र सुहावा । कहहु कृपाल काग कहँ पावा ॥ तुम्ह केहि भाँति सुना मदनारी । कहहु मोहि अति कौतुक भारी ॥१॥ ग...
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01-05-2023
Ram-katha begin
रामकथा का प्रारंभ मैं जिमि कथा सुनी भव मोचनि । सो प्रसंग सुनु सुमुखि सुलोचनि ॥ प्रथम दच्छ गृह तव अवतारा । सती नाम तब रहा तुम्हारा ॥१॥ दच्छ जग्य तब ...
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01-05-2023
Uttar Kand Doha 57
रामकथा का प्रारंभ तेहिं गिरि रुचिर बसइ खग सोई । तासु नास कल्पांत न होई ॥ माया कृत गुन दोष अनेका । मोह मनोज आदि अबिबेका ॥१॥ रहे ब्यापि समस्त जग माही...
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01-05-2023
Garuda skeptic about Ram
रामकथा सुनकर गरुडजी को संशय गिरिजा कहेउँ सो सब इतिहासा । मैं जेहि समय गयउँ खग पासा ॥ अब सो कथा सुनहु जेही हेतू । गयउ काग पहिं खग कुल केतू ॥१॥ जब रघ...
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01-05-2023
Garuda approach Naradji for explanation
संशय का उपाय करने गरुडजी नारदजी के पास गये नाना भाँति मनहि समुझावा । प्रगट न ग्यान हृदयँ भ्रम छावा ॥ खेद खिन्न मन तर्क बढ़ाई । भयउ मोहबस तुम्हरिहिं ...
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01-05-2023
Garuda approach Shiva to clarify doubt
संशय का उपाय करने गरुडजी शिवजी के पास गये तब खगपति बिरंचि पहिं गयऊ । निज संदेह सुनावत भयऊ ॥ सुनि बिरंचि रामहि सिरु नावा । समुझि प्रताप प्रेम अति छा...
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01-05-2023
Lord Shiva tell Ram’s greatness
शिवजी ने श्रीराम का महिमा सुनाया तेहिं मम पद सादर सिरु नावा । पुनि आपन संदेह सुनावा ॥ सुनि ता करि बिनती मृदु बानी । परेम सहित मैं कहेउँ भवानी ॥१॥ म...
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01-05-2023
Garuda attend Kakbhushundi’s lecture
रामकथा सुनने गरुडजी काकभुशुंडी के पास गये मिलहिं न रघुपति बिनु अनुरागा । किएँ जोग तप ग्यान बिरागा ॥ उत्तर दिसि सुंदर गिरि नीला । तहँ रह काकभुसुंडि ...
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01-05-2023
Kakbhushundi welcome Garuda
काकभुशुंडी ने गरुडजी का स्वागत किया गयउ गरुड़ जहँ बसइ भुसुंडा । मति अकुंठ हरि भगति अखंडा ॥ देखि सैल प्रसन्न मन भयऊ । माया मोह सोच सब गयऊ ॥१॥ करि तड़ा...
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01-05-2023
Kakbhushundi recite Ram-katha
काकभुशुंडी गरुडजी को रामकथा सुनाते है सुनहु तात जेहि कारन आयउँ । सो सब भयउ दरस तव पायउँ ॥ देखि परम पावन तव आश्रम । गयउ मोह संसय नाना भ्रम ॥१॥ अब श्...
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01-05-2023
Uttar Kand Doha 65
काकभुशुंडी गरुडजी को रामकथा सुनाते है बहुरि राम अभिषेक प्रसंगा । पुनि नृप बचन राज रस भंगा ॥ पुरबासिन्ह कर बिरह बिषादा । कहेसि राम लछिमन संबादा ॥१॥ ...
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