ज्ञान और भक्ति में क्या अंतर है जे असि भगति जानि परिहरहीं । केवल ग्यान हेतु श्रम करहीं ॥ ते जड़ कामधेनु गृहँ त्यागी । खोजत आकु फिरहिं पय लागी ॥१॥ सु...
આગળ વાંચો
રામાયણ
01-05-2023
Garuda ask about knowledge and devotion
01-05-2023
Kakbhushundi stress on devotion
काकभुशुंडी ने भक्ति की महिमा बताई इहाँ न पच्छपात कछु राखउँ । बेद पुरान संत मत भाषउँ ॥ मोह न नारि नारि कें रूपा । पन्नगारि यह रीति अनूपा ॥१॥ माया भ...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
01-05-2023
Importance of knowledge
ज्ञान की महिमा सुनहु तात यह अकथ कहानी । समुझत बनइ न जाइ बखानी ॥ ईस्वर अंस जीव अबिनासी । चेतन अमल सहज सुख रासी ॥१॥ सो मायाबस भयउ गोसाईं । बँध्यो कीर...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
01-05-2023
The path of devotion is easier
भक्तिमार्ग सुगम है ग्यान पंथ कृपान कै धारा । परत खगेस होइ नहिं बारा ॥ जो निर्बिघ्न पंथ निर्बहई । सो कैवल्य परम पद लहई ॥१॥ अति दुर्लभ कैवल्य परम पद ...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
01-05-2023
The path of devotion
भक्ति का प्रताप कहेउँ ग्यान सिद्धांत बुझाई । सुनहु भगति मनि कै प्रभुताई ॥ राम भगति चिंतामनि सुंदर । बसइ गरुड़ जाके उर अंतर ॥१॥ परम प्रकास रूप दिन रा...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
01-05-2023
Seven questions and Kakbhushundi’s answers
सात प्रश्न और काकभुशुंडी के उत्तर पुनि सप्रेम बोलेउ खगराऊ । जौं कृपाल मोहि ऊपर भाऊ ॥ नाथ मोहि निज सेवक जानी । सप्त प्रस्न कहहु बखानी ॥१॥ प्रथमहिं क...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
01-05-2023
Kakbhushundi stress on the path of devotion
काकभुशुंडी ने भक्ति पर जोर दिया एहि बिधि सकल जीव जग रोगी । सोक हरष भय प्रीति बियोगी ॥ मानक रोग कछुक मैं गाए । हहिं सब कें लखि बिरलेन्ह पाए ॥१॥ जाने...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
01-05-2023
Kakbhushundi conclude Ram-katha
काकभुशुंडी ने रामकथा को विराम दिया कहेउँ नाथ हरि चरित अनूपा । ब्यास समास स्वमति अनुरुपा ॥ श्रुति सिद्धांत इहइ उरगारी । राम भजिअ सब काज बिसारी ॥१॥ प...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
01-05-2023
Uttar Kand Doha 124
काकभुशुंडी ने रामकथा को विराम दिया सुमिरि राम के गुन गन नाना । पुनि पुनि हरष भुसुंडि सुजाना ॥ महिमा निगम नेति करि गाई । अतुलित बल प्रताप प्रभुताई ॥...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
01-05-2023
Garuda leave for Vaikunth
रामकथा सुनकर गरुडजी वैकुंठ चले मै कृत्कृत्य भयउँ तव बानी । सुनि रघुबीर भगति रस सानी ॥ राम चरन नूतन रति भई । माया जनित बिपति सब गई ॥१॥ मोह जलधि बोहि...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
01-05-2023
Ramayan mahatmya
रामकथा का माहात्म्य कहेउँ परम पुनीत इतिहासा । सुनत श्रवन छूटहिं भव पासा ॥ प्रनत कल्पतरु करुना पुंजा । उपजइ प्रीति राम पद कंजा ॥१॥ मन क्रम बचन जनित ...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
01-05-2023
Hail to devotees of Lord Ram
श्रीराम के भक्त धन्य है सोइ सर्बग्य गुनी सोइ ग्याता । सोइ महि मंडित पंडित दाता ॥ धर्म परायन सोइ कुल त्राता । राम चरन जा कर मन राता ॥१॥ नीति निपुन स...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો