रामचरितमानस की महिमा (चौपाई)मनि मानिक मुकुता छबि जैसी । अहि गिरि गज सिर सोह न तैसी ॥नृप किरीट तरुनी तनु पाई । लहहिं सकल सोभा अधिकाई ॥१॥ तैसेहिं सुक...
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રામાયણ
01-05-2023
Ramcharitmanas mahima
01-05-2023
Tulsidas acknowledge his vices
तुलसीदास अपने अवगुन बतातें है (चौपाई)जे जनमे कलिकाल कराला । करतब बायस बेष मराला ॥चलत कुपंथ बेद मग छाँड़े । कपट कलेवर कलि मल भाँड़ें ॥१॥ बंचक भगत कहाइ...
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01-05-2023
Difference between sajjan and durjana
सज्जन और दुर्जन का भेद (चौपाई)मैं अपनी दिसि कीन्ह निहोरा । तिन्ह निज ओर न लाउब भोरा ॥बायस पलिअहिं अति अनुरागा । होहिं निरामिष कबहुँ कि कागा ॥१॥ बंद...
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01-05-2023
Saints pick up good in everything
संतो की गुणग्राही वृत्ति (चौपाई)खल अघ अगुन साधू गुन गाहा । उभय अपार उदधि अवगाहा ॥तेहि तें कछु गुन दोष बखाने । संग्रह त्याग न बिनु पहिचाने ॥ १ ॥ भले...
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01-05-2023
Effect of company
संगति की असर (चौपाई)अस बिबेक जब देइ बिधाता । तब तजि दोष गुनहिं मनु राता ॥काल सुभाउ करम बरिआई । भलेउ प्रकृति बस चुकइ भलाई ॥१॥ सो सुधारि हरिजन जिमि ...
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01-05-2023
Tulsidas’s modesty
तुलसीदास की विनम्रता (चौपाई)आकर चारि लाख चौरासी । जाति जीव जल थल नभ बासी ॥सीय राममय सब जग जानी । करउँ प्रनाम जोरि जुग पानी ॥१॥ जानि कृपाकर किंकर म...
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01-05-2023
Salutation to durjana
दुर्जन को वंदन (चौपाई)बहुरि बंदि खल गन सतिभाएँ । जे बिनु काज दाहिनेहु बाएँ ॥पर हित हानि लाभ जिन्ह केरें । उजरें हरष बिषाद बसेरें ॥१॥ हरि हर जस राके...
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01-05-2023
Salutation to Lord Ganesha
श्री गणेश वंदना (सोरठा)जो सुमिरत सिधि होइ गन नायक करिबर बदन ।करउ अनुग्रह सोइ बुद्धि रासि सुभ गुन सदन ॥१॥ मूक होइ बाचाल पंगु चढइ गिरिबर गहन ।जासु कृ...
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01-05-2023
Salutations to Guru
श्री गुरु वंदना (चौपाई)बंदउ गुरु पद पदुम परागा । सुरुचि सुबास सरस अनुरागा ॥अमिय मूरिमय चूरन चारू । समन सकल भव रुज परिवारू ॥१॥ सुकृति संभु तन बिमल ब...
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01-05-2023
Salutation to saints
संत वंदना (चौपाई)गुरु पद रज मृदु मंजुल अंजन । नयन अमिअ दृग दोष बिभंजन ॥तेहिं करि बिमल बिबेक बिलोचन । बरनउँ राम चरित भव मोचन ॥१॥ बंदउँ प्रथम महीसुर ...
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01-05-2023
Importance of Satsang
संतसमागम की महिमा (चौपाई)मज्जन फल पेखिअ ततकाला । काक होहिं पिक बकउ मराला ॥सुनि आचरज करै जनि कोई । सतसंगति महिमा नहिं गोई ॥१॥ बालमीक नारद घटजोनी । न...
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29-04-2023
Ayodhya at its best
श्रीराम के शासन में अयोध्या की खुशहाली दूरि फराक रुचिर सो घाटा । जहँ जल पिअहिं बाजि गज ठाटा ॥ पनिघट परम मनोहर नाना । तहाँ न पुरुष करहिं अस्नाना ॥१॥...
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