नारद तथा अन्य मुनि श्रीराम के दर्शन करने आये नारदादि सनकादि मुनीसा । दरसन लागि कोसलाधीसा ॥ दिन प्रति सकल अजोध्या आवहिं । देखि नगरु बिरागु बिसरावहिं...
આગળ વાંચો
રામાયણ
29-04-2023
Narad visit Ram
29-04-2023
Ayodhya under Ram’s rule
श्रीराम के शासन में अयोध्या की खुशहाली सुमन बाटिका सबहिं लगाई । बिबिध भाँति करि जतन बनाई ॥ लता ललित बहु जाति सुहाई । फूलहिं सदा बंसत कि नाई ॥१॥ गुं...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
29-04-2023
Sita give birth to Luv and Kush
सीता ने लव और कुश को जन्म दिया सेवहिं सानकूल सब भाई । राम चरन रति अति अधिकाई ॥ प्रभु मुख कमल बिलोकत रहहीं । कबहुँ कृपाल हमहि कछु कहहीं ॥१॥ राम करहि...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
29-04-2023
Hanuman narrate Ram’s heroics
हनुमान श्रीराम के पराक्रमों की कथा सुनाते है प्रातकाल सरऊ करि मज्जन । बैठहिं सभाँ संग द्विज सज्जन ॥ बेद पुरान बसिष्ट बखानहिं । सुनहिं राम जद्यपि सब...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
29-04-2023
Ram send off Guha
श्रीराम ने निषादराज गुह को विदाय दी पुनि कृपाल लियो बोलि निषादा । दीन्हे भूषन बसन प्रसादा ॥ जाहु भवन मम सुमिरन करेहू । मन क्रम बचन धर्म अनुसरेहू ॥१...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
29-04-2023
Ram rajya – an ideal rule
रामराज्य – एक आदर्श राजव्यवस्था दैहिक दैविक भौतिक तापा । राम राज नहिं काहुहि ब्यापा ॥ सब नर करहिं परस्पर प्रीती । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीती ॥१...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
29-04-2023
Depiction of Ram-rajya
रामराज्य – एक आदर्श राजव्यवस्था भूमि सप्त सागर मेखला । एक भूप रघुपति कोसला ॥ भुअन अनेक रोम प्रति जासू । यह प्रभुता कछु बहुत न तासू ॥१॥ सो महिमा समु...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
29-04-2023
Uttar Kand Doha 23
रामराज्य का वर्णन फूलहिं फरहिं सदा तरु कानन । रहहि एक सँग गज पंचानन ॥ खग मृग सहज बयरु बिसराई । सबन्हि परस्पर प्रीति बढ़ाई ॥१॥ कूजहिं खग मृग नाना बृ...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
29-04-2023
Sita – an ideal woman
सीता – एक आदर्श नारी कोटिन्ह बाजिमेध प्रभु कीन्हे । दान अनेक द्विजन्ह कहँ दीन्हे ॥ श्रुति पथ पालक धर्म धुरंधर । गुनातीत अरु भोग पुरंदर ॥१॥ पति अनुक...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
29-04-2023
Ram give valuables to monkeys
श्रीराम ने वानरों को वस्त्र और आभूषण दिये सुनि प्रभु बचन मगन सब भए । को हम कहाँ बिसरि तन गए ॥ एकटक रहे जोरि कर आगे । सकहिं न कछु कहि अति अनुरागे ॥१...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
29-04-2023
Ram send off Angad
श्रीराम ने अंगद को विदाय दी सुनु सर्बग्य कृपा सुख सिंधो । दीन दयाकर आरत बंधो ॥ मरती बेर नाथ मोहि बाली । गयउ तुम्हारेहि कोंछें घाली ॥१॥ असरन सरन बिर...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો
29-04-2023
Reluctant Angad leave from Ayodhya
मन को मनाकर अंगद अयोध्या से निकला भरत अनुज सौमित्र समेता । पठवन चले भगत कृत चेता ॥ अंगद हृदयँ प्रेम नहिं थोरा । फिरि फिरि चितव राम कीं ओरा ॥१॥ बार ...
આગળ વાંચો
આગળ વાંચો