Saturday, 28 December, 2024

Warm welcome at Mithila

121 Views
Share :
Warm welcome at Mithila

Warm welcome at Mithila

121 Views

बारात का मिथिला में स्वागत
 
(चौपाई)
कनक कलस भरि कोपर थारा । भाजन ललित अनेक प्रकारा ॥
भरे सुधासम सब पकवाने । नाना भाँति न जाहिं बखाने ॥१॥

फल अनेक बर बस्तु सुहाईं । हरषि भेंट हित भूप पठाईं ॥
भूषन बसन महामनि नाना । खग मृग हय गय बहुबिधि जाना ॥२॥

मंगल सगुन सुगंध सुहाए । बहुत भाँति महिपाल पठाए ॥
दधि चिउरा उपहार अपारा । भरि भरि काँवरि चले कहारा ॥३॥

अगवानन्ह जब दीखि बराता । उर आनंदु पुलक भर गाता ॥
देखि बनाव सहित अगवाना । मुदित बरातिन्ह हने निसाना ॥४॥

(दोहा)
हरषि परसपर मिलन हित कछुक चले बगमेल ।
जनु आनंद समुद्र दुइ मिलत बिहाइ सुबेल ॥ ३०५ ॥

 

Share :

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *