हनुमान के साथ लडते हुए अक्षयकुमार मारा गया
चलेउ नाइ सिर पैठेउ बागा । फल खाएसि तरु तौरैं लागा ॥
रहे तहां बहु भट रखवारे । कछु मारेसि कछु जाइ पुकारे ॥१॥
Chaleu naai siru paitheu baaga Phal khaaesi taru torai laaga ।
Rahe taha bahu bhat rakhawaare Kachhu maaresi kachhu jaai pukaare ॥
नाथ एक आवा कपि भारी । तेहिं असोक बाटिका उजारी ॥
खाएसि फल अरु बिटप उपारे । रच्छक मर्दि मर्दि महि डारे ॥२॥
Naath ek aava kapi bhaaree Tehi Asok baatika ujaaree ।
Khaaesi phal aru bitap upaare Rachchhak mardi mardi mahi dare ॥
सुनि रावन पठए भट नाना । तिन्हहि देखि गर्जेउ हनुमाना ॥
सब रजनीचर कपि संघारे । गए पुकारत कछु अधमारे ॥३॥
Suni Raavan pathae bhat nana Tinhahi dekhi garjeu Hanumaana ।
Sab rajanichar kapi sanghaare Gae pukaarat kachhu adhamaare ॥
पुनि पठयउ तेहिं अच्छकुमारा । चला संग लै सुभट अपारा ॥
आवत देखि बिटप गहि तर्जा । ताहि निपाति महाधुनि गर्जा ॥४॥
Puni pathayau tehi achchhakumaara Chala sang lai subhat apaara ।
Aavat dekhi bitap gahi tarja Taahi nipaati mahaadhuni garja ॥
(दोहा)
कछु मारेसि कछु मर्देसि कछु मिलएसि धरि धूरि ।
कछु पुनि जाइ पुकारे प्रभु मर्कट बल भूरि ॥ १८ ॥
Kachhu maaresi kachhu mardesi kachhu milaesi dhari dhoori ।
Kachu puni jaai pukaare prabhu markat bal bhori ॥