Friday, 18 October, 2024

Pratapbhanu reborn as Ravana

97 Views
Share :
Pratapbhanu reborn as Ravana

Pratapbhanu reborn as Ravana

97 Views

ब्राह्मणों के शाप से प्रतापभानु अगले जन्म में रावण हुआ 
 
(चौपाई)
काल पाइ मुनि सुनु सोइ राजा । भयउ निसाचर सहित समाजा ॥
दस सिर ताहि बीस भुजदंडा । रावन नाम बीर बरिबंडा ॥१॥

भूप अनुज अरिमर्दन नामा । भयउ सो कुंभकरन बलधामा ॥
सचिव जो रहा धरमरुचि जासू । भयउ बिमात्र बंधु लघु तासू ॥२॥

नाम बिभीषन जेहि जग जाना । बिष्नुभगत बिग्यान निधाना ॥
रहे जे सुत सेवक नृप केरे । भए निसाचर घोर घनेरे ॥३॥

कामरूप खल जिनस अनेका । कुटिल भयंकर बिगत बिबेका ॥
कृपा रहित हिंसक सब पापी । बरनि न जाहिं बिस्व परितापी ॥४॥

(दोहा)
उपजे जदपि पुलस्त्यकुल पावन अमल अनूप ।
तदपि महीसुर श्राप बस भए सकल अघरूप ॥ १७६ ॥

 

Share :

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *