भरत ने राम की प्रसंशा की राउरि रीति सुबानि बड़ाई । जगत बिदित निगमागम गाई ॥ कूर कुटिल खल कुमति कलंकी । नीच निसील निरीस निसंकी ॥१॥ तेउ सुनि सरन साम...
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અયોધ્યા કાંડ
02-05-2023
Ayodhya Kand Doha 299
02-05-2023
Bharat ready to accept Ram’s command
राम जो भी कहेंगे, मैं करूँगा – भरत ने कहा सोक सनेहँ कि बाल सुभाएँ । आयउँ लाइ रजायसु बाएँ ॥ तबहुँ कृपाल हेरि निज ओरा । सबहि भाँति भल मानेउ ...
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02-05-2023
Ram express his love for Bharat
राम ने भरत के प्रति अपना स्नेह प्रकट किया प्रभु पद पदुम पराग दोहाई । सत्य सुकृत सुख सीवँ सुहाई ॥ सो करि कहउँ हिए अपने की । रुचि जागत सोवत सपने क...
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02-05-2023
Influence of maya
माया का प्रभाव कपट कुचालि सीवँ सुरराजू । पर अकाज प्रिय आपन काजू ॥काक समान पाकरिपु रीती । छली मलीन कतहुँ न प्रतीती ॥१॥ प्रथम कुमत करि कपटु सँकेला...
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02-05-2023
Bharat’s great character
भरत का अदभुत व्यक्तित्व कृपासिंधु लखि लोग दुखारे । निज सनेहँ सुरपति छल भारे ॥ सभा राउ गुर महिसुर मंत्री । भरत भगति सब कै मति जंत्री ॥१॥ रामहि चि...
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02-05-2023
Ayodhya Kand Doha 304
भरत का अदभुत व्यक्तित्व भरत सुभाउ न सुगम निगमहूँ । लघु मति चापलता कबि छमहूँ ॥ कहत सुनत सति भाउ भरत को । सीय राम पद होइ न रत को ॥१॥ सुमिरत भरतहि ...
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02-05-2023
Ram conclude the meeting
राम का संबोधन जानहु तात तरनि कुल रीती । सत्यसंध पितु कीरति प्रीती ॥ समउ समाजु लाज गुरुजन की । उदासीन हित अनहित मन की ॥१॥ तुम्हहि बिदित सबही कर क...
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02-05-2023
Take care of Ayodhya, Ram tell Bharat
राम भरत को अयोध्या की बागडौर संभालने को कहते है सहित समाज तुम्हार हमारा । घर बन गुर प्रसाद रखवारा ॥ मातु पिता गुर स्वामि निदेसू । सकल धरम धरनीधर...
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02-05-2023
Bharat accept Ram’s command
भरत श्रीराम के आदेश का स्वीकार करता है सभा सकल सुनि रघुबर बानी । प्रेम पयोधि अमिअ जनु सानी ॥ सिथिल समाज सनेह समाधी । देखि दसा चुप सारद साधी ॥१॥ ...
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02-05-2023
Bharat want to see Chitrakoot
भरत श्रीराम से चित्रकूट-दर्शन की आज्ञा लेता है एकु मनोरथु बड़ मन माहीं । सभयँ सकोच जात कहि नाहीं ॥ कहहु तात प्रभु आयसु पाई । बोले बानि सनेह सुहाई...
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02-05-2023
Everyone praise Bharat
सब भरत की तारिफ करते है धन्य भरत जय राम गोसाईं । कहत देव हरषत बरिआई ॥ मुनि मिथिलेस सभाँ सब काहू । भरत बचन सुनि भयउ उछाहू ॥१॥ भरत राम गुन ग्राम सन...
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02-05-2023
Bharat set sacred pot
भरत कुंभ का स्थापन करते है भरत अत्रि अनुसासन पाई । जल भाजन सब दिए चलाई ॥ सानुज आपु अत्रि मुनि साधू । सहित गए जहँ कूप अगाधू ॥१॥ पावन पाथ पुन्यथल र...
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