श्रीराम वचनामृत एहि तन कर फल बिषय न भाई । स्वर्गउ स्वल्प अंत दुखदाई ॥ नर तनु पाइ बिषयँ मन देहीं । पलटि सुधा ते सठ बिष लेहीं ॥१॥ ताहि कबहुँ भल कहइ ...
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ઉત્તર કાંડ
01-05-2023
Ram vachanamrit
01-05-2023
Uttar Kand Doha 45
श्रीराम वचनामृत जौं परलोक इहाँ सुख चहहू । सुनि मम बचन ह्रृदयँ दृढ़ गहहू ॥ सुलभ सुखद मारग यह भाई । भगति मोरि पुरान श्रुति गाई ॥१॥ ग्यान अगम प्रत्यूह...
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01-05-2023
Uttar Kand Doha 46
श्रीराम वचनामृत कहहु भगति पथ कवन प्रयासा । जोग न मख जप तप उपवासा ॥ सरल सुभाव न मन कुटिलाई । जथा लाभ संतोष सदाई ॥१॥ मोर दास कहाइ नर आसा । करइ तौ कह...
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01-05-2023
Ram’s teachings make everyone happy
श्रीराम वचनामृत से सब प्रसन्न सुनत सुधासम बचन राम के । गहे सबनि पद कृपाधाम के ॥ जननि जनक गुर बंधु हमारे । कृपा निधान प्रान ते प्यारे ॥१॥ तनु धनु धा...
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01-05-2023
Vasistha seek Ram’s grace
वशिष्ठ ने श्रीराम की अखंड भक्ति माँगी जप तप नियम जोग निज धर्मा । श्रुति संभव नाना सुभ कर्मा ॥ ग्यान दया दम तीरथ मज्जन । जहँ लगि धर्म कहत श्रुति सज्...
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01-05-2023
Naradji recite Ram-katha
नारदजी के श्रीमुख से रामकथा गिरिजा सुनहु बिसद यह कथा । मैं सब कही मोरि मति जथा ॥ राम चरित सत कोटि अपारा । श्रुति सारदा न बरनै पारा ॥१॥ राम अनंत अनं...
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01-05-2023
Kakbhushundi tell Ram-katha to Garuda
काकभुशुंडी गरुडजी को रामकथा सुनाते है राम चरित जे सुनत अघाहीं । रस बिसेष जाना तिन्ह नाहीं ॥ जीवनमुक्त महामुनि जेऊ । हरि गुन सुनहीं निरंतर तेऊ ॥१॥ भ...
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01-05-2023
Lord Shiva tell Kakbhushundi’s lifestory to Parvati
भगवान शंकर पार्वती को काकभुशुंडी के जीवन की कहानी सुनाते है नर सहस्त्र महँ सुनहु पुरारी । कोउ एक होइ धर्म ब्रतधारी ॥ धर्मसील कोटिक महँ कोई । बिषय ब...
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01-05-2023
Dialogue between Kakbhushundi and Garuda
काकभुशुंडी और गरुडजी का संवाद यह प्रभु चरित पवित्र सुहावा । कहहु कृपाल काग कहँ पावा ॥ तुम्ह केहि भाँति सुना मदनारी । कहहु मोहि अति कौतुक भारी ॥१॥ ग...
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01-05-2023
Ram-katha begin
रामकथा का प्रारंभ मैं जिमि कथा सुनी भव मोचनि । सो प्रसंग सुनु सुमुखि सुलोचनि ॥ प्रथम दच्छ गृह तव अवतारा । सती नाम तब रहा तुम्हारा ॥१॥ दच्छ जग्य तब ...
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01-05-2023
Uttar Kand Doha 57
रामकथा का प्रारंभ तेहिं गिरि रुचिर बसइ खग सोई । तासु नास कल्पांत न होई ॥ माया कृत गुन दोष अनेका । मोह मनोज आदि अबिबेका ॥१॥ रहे ब्यापि समस्त जग माही...
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01-05-2023
Garuda skeptic about Ram
रामकथा सुनकर गरुडजी को संशय गिरिजा कहेउँ सो सब इतिहासा । मैं जेहि समय गयउँ खग पासा ॥ अब सो कथा सुनहु जेही हेतू । गयउ काग पहिं खग कुल केतू ॥१॥ जब रघ...
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