शिव रुद्राष्टक (श्लोक)नमामीशमीशान निर्वाणरूपं । विंभुं ब्यापकं ब्रह्म वेदस्वरूपं ॥ निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरींह । चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहं ॥ नि...
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ઉત્તર કાંડ
01-05-2023
Shiva Rudrashtak
01-05-2023
Lord Shiva bless Kakbhushundi
भगवान शंकर ने काकभुशुंडी को वरदान दिया एहि कर होइ परम कल्याना । सोइ करहु अब कृपानिधाना ॥ बिप्रगिरा सुनि परहित सानी । एवमस्तु इति भइ नभबानी ॥१॥ जदपि...
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01-05-2023
Kakbhushundi meet Sage Lomash in his next birth
काकभुशुंडी अगले जन्म में ब्राह्मण हुए, लोमश मुनि से भेंट त्रिजग देव नर जोइ तनु धरउँ । तहँ तहँ राम भजन अनुसरऊँ ॥ एक सूल मोहि बिसर न काऊ । गुर कर कोम...
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01-05-2023
Sage Lomash emphasize on advaita
लोमश मुनि ने अद्वैत के गुण गाएँ तब मुनिष रघुपति गुन गाथा । कहे कछुक सादर खगनाथा ॥ ब्रह्मग्यान रत मुनि बिग्यानि । मोहि परम अधिकारी जानी ॥१॥ लागे करन...
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01-05-2023
Kakbhushundi dislike emphasis on advait, Lomash curse him
काकभुशुंडी ने लोमश मुनि का उपदेश नहीं सुना, मुनि ने शाप दिया कबहुँ कि दुख सब कर हित ताकें । तेहि कि दरिद्र परस मनि जाकें ॥ परद्रोही की होहिं निसंका...
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01-05-2023
Sage Lomash give Ram-mantra to Kakbhushundi
काकभुशुंडी की भक्ति देखकर लोमश मुनि ने राममंत्र दिया सुनु खगेस नहिं कछु रिषि दूषन । उर प्रेरक रघुबंस बिभूषन ॥ कृपासिंधु मुनि मति करि भोरी । लीन्हि ...
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01-05-2023
Kakbhushundi become crow, recite Ramayan
लोमश मुनि के शाप से कौए का रुप मिला, रामकथा का प्रारंभ काल कर्म गुन दोष सुभाऊ । कछु दुख तुम्हहि न ब्यापिहि काऊ ॥ राम रहस्य ललित बिधि नाना । गुप्त प...
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01-05-2023
Garuda ask about knowledge and devotion
ज्ञान और भक्ति में क्या अंतर है जे असि भगति जानि परिहरहीं । केवल ग्यान हेतु श्रम करहीं ॥ ते जड़ कामधेनु गृहँ त्यागी । खोजत आकु फिरहिं पय लागी ॥१॥ सु...
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01-05-2023
Kakbhushundi stress on devotion
काकभुशुंडी ने भक्ति की महिमा बताई इहाँ न पच्छपात कछु राखउँ । बेद पुरान संत मत भाषउँ ॥ मोह न नारि नारि कें रूपा । पन्नगारि यह रीति अनूपा ॥१॥ माया भ...
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01-05-2023
Importance of knowledge
ज्ञान की महिमा सुनहु तात यह अकथ कहानी । समुझत बनइ न जाइ बखानी ॥ ईस्वर अंस जीव अबिनासी । चेतन अमल सहज सुख रासी ॥१॥ सो मायाबस भयउ गोसाईं । बँध्यो कीर...
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01-05-2023
The path of devotion is easier
भक्तिमार्ग सुगम है ग्यान पंथ कृपान कै धारा । परत खगेस होइ नहिं बारा ॥ जो निर्बिघ्न पंथ निर्बहई । सो कैवल्य परम पद लहई ॥१॥ अति दुर्लभ कैवल्य परम पद ...
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01-05-2023
The path of devotion
भक्ति का प्रताप कहेउँ ग्यान सिद्धांत बुझाई । सुनहु भगति मनि कै प्रभुताई ॥ राम भगति चिंतामनि सुंदर । बसइ गरुड़ जाके उर अंतर ॥१॥ परम प्रकास रूप दिन रा...
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