अंगद और रावण का संवाद सिव बिरंचि सुर मुनि समुदाई । चाहत जासु चरन सेवकाई ॥तासु दूत होइ हम कुल बोरा । अइसिहुँ मति उर बिहर न तोरा ॥१॥ सुनि कठोर बानी क...
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રામાયણ
01-05-2023
Dialogue between Angad and Ravan continue
01-05-2023
Lanka Kand Doha 23
अंगद और रावण का संवाद तुम्हरे कटक माझ सुनु अंगद । मो सन भिरिहि कवन जोधा बद ॥ तव प्रभु नारि बिरहँ बलहीना । अनुज तासु दुख दुखी मलीना ॥१॥ तुम्ह सुग्री...
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01-05-2023
Lanka Kand Doha 24
अंगद और रावण का संवाद धन्य कीस जो निज प्रभु काजा । जहँ तहँ नाचइ परिहरि लाजा ॥नाचि कूदि करि लोग रिझाई । पति हित करइ धर्म निपुनाई ॥१॥ अंगद स्वामिभक्त...
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01-05-2023
Lanka Kand Doha 25
अंगद और रावण का संवाद सुनु सठ सोइ रावन बलसीला । हरगिरि जान जासु भुज लीला ॥ जान उमापति जासु सुराई । पूजेउँ जेहि सिर सुमन चढ़ाई ॥१॥ सिर सरोज निज करन्ह...
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01-05-2023
Lanka Kand Doha 26
अंगद और रावण का संवाद सुनि अंगद सकोप कह बानी । बोलु सँभारि अधम अभिमानी ॥ सहसबाहु भुज गहन अपारा । दहन अनल सम जासु कुठारा ॥१॥ जासु परसु सागर खर धारा ...
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01-05-2023
Lanka Kand Doha 27
अंगद और रावण का संवाद सुनु रावन परिहरि चतुराई । भजसि न कृपासिंधु रघुराई ॥ जौ खल भएसि राम कर द्रोही । ब्रह्म रुद्र सक राखि न तोही ॥१॥ मूढ़ बृथा जनि म...
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01-05-2023
Lanka Kand Doha 28
अंगद और रावण का संवाद सठ साखामृग जोरि सहाई । बाँधा सिंधु इहइ प्रभुताई ॥ नाघहिं खग अनेक बारीसा । सूर न होहिं ते सुनु सब कीसा ॥१॥ मम भुज सागर बल जल प...
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01-05-2023
Lanka Kand Doha 29
अंगद और रावण का संवाद जरत बिलोकेउँ जबहिं कपाला । बिधि के लिखे अंक निज भाला ॥नर कें कर आपन बध बाँची । हसेउँ जानि बिधि गिरा असाँची ॥१॥ सोउ मन समुझि त...
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01-05-2023
Lanka Kand Doha 30
अंगद और रावण का संवाद अब जनि बतबढ़ाव खल करही । सुनु मम बचन मान परिहरही ॥दसमुख मैं न बसीठीं आयउँ । अस बिचारि रघुबीष पठायउँ ॥१॥ बार बार अस कहइ कृपाला ...
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01-05-2023
Lanka Kand Doha 31
अंगद और रावण का संवाद जौ अस करौं तदपि न बड़ाई । मुएहि बधें नहिं कछु मनुसाई ॥कौल कामबस कृपिन बिमूढ़ा । अति दरिद्र अजसी अति बूढ़ा ॥१॥ सदा रोगबस संतत क्र...
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01-05-2023
Ravan’s statement make Angad angry
रावण के मुँह से श्रीराम की बुराई सुनकर अंगद क्रोधित हुआ जब तेहिं कीन्ह राम कै निंदा । क्रोधवंत अति भयउ कपिंदा ॥हरि हर निंदा सुनइ जो काना । होइ पाप ...
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01-05-2023
Angad warn Ravan of dire consequences
अंगद ने रावण को चेतावनी दी एहि बिधि बेगि सूभट सब धावहु । खाहु भालु कपि जहँ जहँ पावहु ॥ मर्कटहीन करहु महि जाई । जिअत धरहु तापस द्वौ भाई ॥१॥ पुनि सको...
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