प्रभु वर मांगने के लिए कहते है (चौपाई)पद राजीव बरनि नहि जाहीं । मुनि मन मधुप बसहिं जेन्ह माहीं ॥बाम भाग सोभति अनुकूला । आदिसक्ति छबिनिधि जगमूला ॥१...
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રામાયણ
01-05-2023
Lord ask Manu to express his wish
01-05-2023
Bal Kand Doha 152
श्रीहरि अयोध्या में उनके पुत्र होकर प्रकट होने का वरदान देते है (चौपाई)इच्छामय नरबेष सँवारें । होइहउँ प्रगट निकेत तुम्हारे ॥अंसन्ह सहित देह धरि तात...
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01-05-2023
Bal Kand Doha 154
प्रतापभानु की कहानी (चौपाई)नृप हितकारक सचिव सयाना । नाम धरमरुचि सुक्र समाना ॥सचिव सयान बंधु बलबीरा । आपु प्रतापपुंज रनधीरा ॥१॥ सेन संग चतुरंग अपारा...
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01-05-2023
Bal Kand Doha 155
प्रतापभानु की कहानी (चौपाई)भूप प्रतापभानु बल पाई । कामधेनु भै भूमि सुहाई ॥सब दुख बरजित प्रजा सुखारी । धरमसील सुंदर नर नारी ॥१॥ सचिव धरमरुचि हरि पद ...
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01-05-2023
Pratapbhanu go deep in forest for hunt
शिकार प्रतापभानु को जंगल में दूर तक ले जाता है (चौपाई)आवत देखि अधिक रव बाजी । चलेउ बराह मरुत गति भाजी ॥तुरत कीन्ह नृप सर संधाना । महि मिलि गयउ बिलो...
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01-05-2023
King arrive at an unknown place
शिकार का पीछा करते प्रतापभानु एक अज्ञात स्थान में पहूँचता है (चौपाई)फिरत बिपिन आश्रम एक देखा । तहँ बस नृपति कपट मुनिबेषा ॥जासु देस नृप लीन्ह छड़ाई ।...
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01-05-2023
Place belong to King’s enemy
प्रतापभानु की छद्म वेश में रहते अपने शत्रु से स्थान पर जा पहूँचा (चौपाई)गै श्रम सकल सुखी नृप भयऊ । निज आश्रम तापस लै गयऊ ॥आसन दीन्ह अस्त रबि जानी ।...
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01-05-2023
King ask host for introduction
प्रतापभानु अपने यजमान का परिचय पूछता है (चौपाई)भलेहिं नाथ आयसु धरि सीसा । बाँधि तुरग तरु बैठ महीसा ॥नृप बहु भाति प्रसंसेउ ताही । चरन बंदि निज भाग्य...
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01-05-2023
Sage try to impress King, give false intro
साधु राजा पर अपना प्रभाव जमाने की कोशिश करता है (चौपाई)कह नृप जे बिग्यान निधाना । तुम्ह सारिखे गलित अभिमाना ॥सदा रहहि अपनपौ दुराएँ । सब बिधि कुसल क...
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01-05-2023
Disguised Sage make stories
साधु मनगढत कहानियाँ बनाता है (चौपाई)तातें गुपुत रहउँ जग माहीं । हरि तजि किमपि प्रयोजन नाहीं ॥प्रभु जानत सब बिनहिं जनाएँ । कहहु कवनि सिधि लोक रिझाएँ...
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01-05-2023
Sage’s stories impress Pratapbhanu
प्रतापभानु साधु की कहाँनियों से प्रभावित हो जाता है (चौपाई)जनि आचरुज करहु मन माहीं । सुत तप तें दुर्लभ कछु नाहीं ॥तपबल तें जग सृजइ बिधाता । तपबल बि...
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01-05-2023
Pratapbhanu reveal his true identity
प्रतापभानु अपनी पहचान देता है (चौपाई)नाम तुम्हार प्रताप दिनेसा । सत्यकेतु तव पिता नरेसा ॥गुर प्रसाद सब जानिअ राजा । कहिअ न आपन जानि अकाजा ॥१॥ देखि ...
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