Saturday, 7 September, 2024

Ram display his divine form to Kaushalya

110 Views
Share :
Ram display his divine form to Kaushalya

Ram display his divine form to Kaushalya

110 Views

श्रीराम माता कौशल्या को अपने विराट स्वरूप की झाँकी कराते है
 
(चौपाई)
एक बार जननीं अन्हवाए । करि सिंगार पलनाँ पौढ़ाए ॥
निज कुल इष्टदेव भगवाना । पूजा हेतु कीन्ह अस्नाना ॥१॥

करि पूजा नैबेद्य चढ़ावा । आपु गई जहँ पाक बनावा ॥
बहुरि मातु तहवाँ चलि आई । भोजन करत देख सुत जाई ॥२॥

गै जननी सिसु पहिं भयभीता । देखा बाल तहाँ पुनि सूता ॥
बहुरि आइ देखा सुत सोई । हृदयँ कंप मन धीर न होई ॥३॥

इहाँ उहाँ दुइ बालक देखा । मतिभ्रम मोर कि आन बिसेषा ॥
देखि राम जननी अकुलानी । प्रभु हँसि दीन्ह मधुर मुसुकानी ॥४॥

(दोहा)
देखरावा मातहि निज अदभुत रुप अखंड ।
रोम रोम प्रति लागे कोटि कोटि ब्रह्मंड ॥ २०१ ॥

 

Share :

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *